एक अधूरा सपना: वो मुलाकात और अनकही मोहब्बत
एक दिल छू लेने वाली प्रेम कहानी - सच्चे प्यार की मिसाल
वो शाम और पहली नज़र का प्यार
मैं कभी यकीन नहीं करता था कि "लव एट फर्स्ट साइट" जैसी कोई चीज़ होती है... लेकिन फिर वो दिन आया। दिल्ली के लोधी गार्डन की वो शाम, जब मेरी नज़र पहली बार आर्या पर पड़ी। वो एक पुरानी किताब पढ़ रही थी, और उसके चेहरे पर पड़ती हल्की धूप ने उसे किसी परी की तरह चमकदार बना दिया था।
मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि एक अजनबी की मुस्कान किसी के दिल में इतनी गहरी जगह बना सकती है। लेकिन जब उसने मेरी तरफ देखा और हल्के से मुस्कुराई, तो मेरी दुनिया ही बदल गई।
वो बातें जो दिल तक उतर गईं
हमारी पहली मुलाकात के बाद, हर रोज़ उसी पार्क में मिलना हमारी "सीक्रेट रूटीन" बन गया। वो मुझे कविताएँ सुनाती, और मैं उसे गिटार पर पुराने गाने। धीरे-धीरे, हमने एक-दूसरे के बिना रहना मुश्किल समझ लिया।
लेकिन जिंदगी कभी आसान नहीं होती...
एक दिन उसने कहा - "मुझे कलकत्ता शिफ्ट होना पड़ेगा।"
उस वक्त मेरा दिल टूट गया। हम दोनों जानते थे कि लॉन्ग-डिस्टेंस रिलेशनशिप कितनी मुश्किल होती है। फिर भी, हमने कोशिश करने का फैसला किया।
अनकहा प्यार और वो खत...
कुछ महीने बीत गए। फोन कॉल्स, मैसेजेस और वीडियो चैट्स के बावजूद, दूरियाँ बढ़ने लगीं। और फिर एक दिन, मुझे उसका खत मिला:
"मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूँ... लेकिन कभी-कभी प्यार काफी नहीं होता। मुझे अपने परिवार की ज़िम्मेदारियाँ निभानी हैं। शायद किसी और जन्म में हम साथ रह पाएँ..."
क्या प्यार वाकई कमज़ोर होता है?
आज भी जब मैं लोधी गार्डन जाता हूँ, तो उसी बेंच पर बैठकर सोचता हूँ - क्या प्यार सच में दूरियों से हार जाता है? शायद हाँ... या शायद नहीं।
लेकिन एक बात मैं जान गया हूँ - "कुछ रिश्ते अनकहे ही खूबसूरत होते हैं।"